पिछले कुछ महीनों में अडानी समूह के अधिकतर स्टॉक्स लाल निशान पर हैं, वह भी तब से जब सेंसेक्स और निफ्टी दोनों उड़ान भर रहे है। पिछले एक महीने से अडानी ग्रुप की 5 लिस्टेड कंपनियों में से अपने निवेशकों (investors) को भारी नुक़सान पहुंचाया है। अडानी विल्मर, अडानी पावर, अडानी गैस, अडानी ट्रांसमिशन, और अडानी पोर्ट्स अडानी ग्रीन 17 फीसद तक नीचे आ गए हैं। केवल अडानी इंटरप्राइजेज ही मामूली बढ़त के साथ हरे निशान पर दिखाई दे रही है।
परेशान हो रहा अडानी पावर
अडानी विल्मर हर साल 143 फीसद से रिटर्न देने वाली अडानी समूह विल्मर का हाल पिछले एक महीने से बेहाल नज़र आ रही है। यह स्टॉक पिछले एक महीने में 5.26 फीसद गिर चुका है। बुधवार को यह स्टॉक ₹652.50 पर बंद हुआ।
अडानी समूह अपने निवेशकों को मालामाल करने वाला अडानी पावर एक महीने से गिरता नज़र आ रहा है। अडानी पावर स्टॉक 11 11 फीसद से अधिक टूट चुका है। हालांकि पिछले एक साल में अडानी ग्रुप 220 फीसद से अधिक का रिटर्न दिया है। बुधवार को फिर यह 324.50 रुपए पर बंद हुआ था।

अडानी ट्रांसमिशन में सबसे ज्यादी गिरावट
अडानी समूह टोटल गैस का प्रदर्शन भी पिछले एक महीने से कमजोर दिखाई दे रहा है। 2.11 फीसद टूटकर यह स्टॉक 3715 रुपए पर आ गया था। हालांकि कंपनी ने इस साल अब तक 113 फीसद का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। वहीं दुसरी तरफ अडानी ट्रांसमिशन सबसे तेज गिरावट हुई है। तकरीबन एक महीने में करीब 17 फीसद टूटकर 2745.50 रुपए पर पहुंच गई है। इस साल में अब तक इसने 58 फीसद से ज्यादा रिटर्न दिया है।
8 फीसद से ज्यादा टूटा अडानी ग्रीन
अडानी पोर्ट पिछले एक महीने में सिर्फ 0.29 फीसद टूटकर 888.20 रुपए पर पहुंच गई है। हालांकि एक साल में इसने करीब 21 फीसद का रिटर्न दिया है। जबकि, अडानी ग्रीन 8 फीसद से अधिक टूटा है।
फिर बुधवार को यह 2034.95 रुपए पर बंद हुआ था। इस साल में इस ने अब तक 51 फीसद का रिटर्न दिया है। पिछले एक महीने से सेंसेक्स और निफ्टी में 2 फीसद से ज्यादा का उछाल आया है।